2016, ജനുവരി 26, ചൊവ്വാഴ്ച


ചിലപ്പോഴൊക്കെ കോടതികളില്‍ വിശ്വാസം തോന്നുന്നു...

ഇപ്പോള്‍ എല്ലാവനും കൂടി നിയമവ്യവസ്ഥക്ക് മേല്‍ കുതിര കയറുന്നു ! അത് ചെയ്തില്ലെങ്കില്‍ ലവനോന്നും ഒരു നേതാവാണെന്ന് ജനം വിശ്വസിക്കില്ല എന്ന് വിചാരിക്കുന്നോ ഈ ശുംഭന്മാര്‍ !

സ്വന്തം തലപ്പത്തിരിക്കുന്ന ആളുകള്‍ അഴിമതി കാണിച്ചു എന്ന ആരോപണം ഉയര്‍ന്നപ്പോള്‍ കഴുതകളായ ജനങ്ങളുടെ കണ്ണില്‍ പൊടിയിടാനെങ്കിലും പേരിനു ഒരന്വേഷണം പ്രഖ്യാപിക്കാന്‍ കഴിയാത്ത ഇന്ത്യന്‍ നീതിന്യായ വ്യവസ്ഥ ഇപ്പോള്‍ തറ രാഷ്ട്രീയത്തെക്കാളും കൂതറയായി എന്ന പച്ചയായ യാഥാര്‍ത്ഥ്യം മനസ്സിലാക്കുന്ന ഈ രാഷ്ട്രീയ കൊള്ളക്കാര്‍ പുര കത്തുമ്പോള്‍ വാഴ വെട്ടുകയല്ലേ ചെയ്യുന്നത്? ഇവനൊക്കെ ജനാധിപത്യത്തോടും രാഷ്ട്രത്തോടും എന്ത് പ്രതിബദ്ധത? എന്ത് കൂറ് ? ഇനി (പാവം എന്ന് പറയാന്‍ പറ്റില്ല ) പ്രതികരണ ശേഷിയില്ലാത്ത നപുംസകങ്ങളായ ജനം എന്തിനെ ആശ്രയിക്കും? എന്നും ഈ അടിമത്തത്വത്തില്‍ തന്നെ കഴിയേണ്ടി വരും എന്നല്ലേ ഇതൊക്കെ സൂചിപ്പിക്കുന്നത്?

ഇന്നലെ കോണ്‍ഗ്രസ് നേതാവ് സുധാകരന്‍ജി എഴുന്നോള്ളിച്ചത് ഇതിനുത്താമ ഉദാഹരണം ! സുപ്രീകോടതി ജഡ്ജി കൈക്കൂലി വാങ്ങുന്നത് കണ്ടു എന്ന്! രാജ്യത്തിനുണ്ടായ ഇത്രയും വലിയ അപചയം കണ്ടിട്ട് മിണ്ടാതെ നിന്ന ലവനെയൊക്കെ എന്ത് വിളിക്കണം ? അന്ന് തന്നെ അത് രാജ്യത്തിനു മുന്‍പില്‍ കൊണ്ടുവരാന്‍ സാധിക്കാത്ത ഇവനൊക്കെ രാജ്യത്തോടു എന്തെങ്കിലും കൂറുണ്ടോ? ഇന്നൊരു കൂടാളിയെ അഴിമതിക്കേസില്‍ ശിക്ഷിച്ചപ്പോള്‍ ആ കുറ്റവാളിയെ രക്ഷിക്കാന്‍ വേണ്ടി നടത്തുന്ന വെളിപ്പെടുത്തല്‍ മറ്റൊരു കുറ്റകൃത്യമാല്ലെന്നാര് കണ്ടു?

അഴിമതിക്ക് വളം വെച്ച് കൊടുത്ത സുധാകരന്റെ ഈ ശ്രമത്തിനു എന്ത് ശിക്ഷ കൊടുക്കണം ഈ നാട്ടിലെ ജനങ്ങള്‍ ?

എല്ലാവരും കൂടി ജനാധിപത്യം എന്ന മഹത്തായ സങ്കല്‍പ്പത്തെ ഉടന്‍ കുഴിച്ചു മൂടും (അതോ കുഴിച്ചു മൂടിക്കഴിഞ്ഞോ?)

എന്ത് പറഞ്ഞാലും ജനാധിപത്യത്തില്‍ മാത്രം അപൂര്‍വ്വമായി കാണുന്ന പൊന്‍തൂവലുകളാണ് മുന്‍ ഐ ജി ലക്ഷ്മണയുടേയും ബാലകൃഷ്ണപിള്ളയുടേയും വിധികള്‍ ! അതുകൊണ്ട് തന്നെ ചിലപ്പോഴൊക്കെ കോടതികളില്‍ വിശ്വാസം തോന്നുന്നു.........

CLUSTER  JAN 30 2016

HINDI MODULE

ALAPPUZHA DIET



       भूमिका

                  पिछले क्लस्टर में द्वितीय कालांत मूल्यांकन के लिए हम ने  छात्रों को  तैयार किया है।
इस क्लस्टर में  ISM VISIT  के दौरान स्कूलों में हुए परिवर्तन की चर्चा करना और तृतीय कालांत
मूल्यांकन केलिए आठवीं और नवीं कक्षा के छात्रों को सक्षम बनाना है।

     उद्देश्य

*  स्कूलों  में ISM VISIT  के दौरान  हुए परिवर्तन के बारे में जानकारी प्राप्त करना।
*  छात्रों को हिंदी भाषा में आदान- प्रदान करने के लिए सक्षम बनाना।
*  आठवीं और नवीं कक्षा के छात्रों को तृतीय कालांत मूल्यांकन के लिए तैयार करना।

                              समय सारणी
9.30
  पंजीकरण
9.45
  उद् घाटन
10.00
   कोर्स ब्रीफिंग
10.10 -11.15
   पहला सत्र
11.25 – 12.00
   दूसरा सत्र
12.00  - 1.00
   तीसरा सत्र
2.00   -  3.30
   तीसरा सत्र ज़ारी
3.35  -   4.00
   क्लस्टर का अवलोकन


      सत्र एक      (   10.10 से 11.15 तक )
      उद्देश्य
              स्कूलों में  ISM VISIT  के दौरान  हुए परिवर्तन की जानकारी प्राप्त करना ।
      सहायक सामग्री
               ISM REPORT  (Checklist)
      संसाधक कहें ...
            दसवीं कक्षा के छात्रों को ऊँचे स्कोर पाने के लिए आपने निरकतिर 2016 का परिचय किया है न ?
       इससे हम बच्चों के आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं। अब इस अध्ययन काल में हमारी आंतरिक सहायता
       के लिए कुछ स्कूलों में   ISM आए है न ?
      

        चर्चा सूची
*  ISM के आगमन के उद्देश्य क्या-क्या है ?
*  इससे अध्ययन प्रक्रिया में कुछ सहायता मिली है ?
*  इससे  स्कूलों में कुछ परिवर्तन हुआ है या नहीं ?
*  कुछ खूबियाँ है तो बताए..
वैयक्तिक रूप से लिखने का अवसर।
( ISM आए स्कूलों के अध्यापकों से अपना  अनुभव बताने का अवसर । तीन या चार भागीदारों का प्रस्तुतीकरण)
संसाधक कहें-
  ISM REPORT  (Checklist) की प्रतिलिपियाँ हरेक को दें- वैयक्तिक रूप से उसकी भर्ती करने का अवसर दें। (भर्ती किए गए चेकलिस्ट का संकलन)
Text Box: संक्षिप्तीकरण
     इस साल शिक्षा निदेशालय के नेतृत्व में हरेक स्कूल के शिक्षा स्तर समझने और बढ़ाने केलिए
 ISM का रूपीकरण हुआ है। उनका उद्देश्य छात्रों के शिक्षा स्तर बढ़ाने में हमारी सहायता करना है।
 एक हद तक सफलता मिली है।






सत्र दो   (11.25 से 12.00 तक )
उद्देश्य
* छात्रों को हिंदी भाषा आदान - प्रदान करने की क्षमता बढ़ाना ।
संसाधक यह चर्चा सूची दें।
छात्रों को हिंदी भाषा में आदान - प्रदान करने  केलिए आप कक्षाई प्रक्रिया में क्या बदलाव लाए है ?
कब से हिंदी भाषा के प्रति बच्चों में रूचि पैदा करनी चाहिए ?
पाँचवीं कक्षा के छात्रों में हिंदी भाषा में किन-किन दक्षताओं की पूर्ति करनी चाहिए  ?
हिंदी कक्षा में बच्चों को क्या -क्या क्रमिक विकास हुए है ?
आठवीं कक्षा के कुछ छात्र वाचन और लेखन में बहूत पिछड़े हो गए है। इसका कारण क्या-क्या है ?
चर्चा सूची के प्रश्नों का उत्तर वैयक्तिक रूप से लिखने का अवसर दें ।
संसाधक बीच में कहें-
आम शिक्षा निदेशक प्राइमरी कक्षा के छात्रों को  (1 -4 ) मलयालम बोलने और लिखने में विशेष पैकेज बनाया है।
जैसे - अच्छी मलयालम योजना ।
     सभी स्कूलों को यह निर्देश दिया गया है कि एक से चार तक के कक्षा के बच्चे मलयालम और गणित ज़रूर सीखें, बोलें और लिखें। उसके निरीक्षण के लिए शैक्षिक  अफसरों को ( AEO , DEO, DDE) उत्तरदायित्व दिया है। इस पर हमें सतर्क रहना है। क्योंकि अगले साल पाँच से आठवीं कक्षा के छात्रों को भाषा बोलने और लिखने की क्षमता ज़रूर पैदा करनी होगी । इसके लिए हमें पूर्व तैयारी की आवश्यकता है।

Text Box:    
    संक्षिप्तीकरण
                      हमारे बच्चे पाँचवीं कक्षा में हिंदी सीखने लगते है। उस समय से अध्यापक के मुँह से अनेक बार हिंदी भाषा सुनने का अवसर मिलता है। कक्षा में हिंदी का वातावरण पैदा करना , छोटे-छोटे शब्द समझना,वाक्याँश पढ़ना , और वाक्यों को परिचय कराना है। धीरे- धीरे हिंदी बोलने और लिखने का अवसर देना है।कक्षा रसीसी बनाया जाए , हिंदी भाषाई कौशल बढ़ाने योग्य नए-नए तंत्रों का आविष्कार करना है। नयी भाषा होने के नाते बच्चे उसे बोलने में कोशिश करेंगे। त्रुटियाँ हुई तो उसे सुधारें। पाँचवीं कक्षा से बच्चों में हिंदी भाषा बोलने ,समझने और लिखने की क्षमता होनी चाहिए।
इस प्रकार हरेक कक्षा में निश्चित क्षमता बच्चों में हुई तो बच्चे हाईस्कूलों में आने पर अनायास हिंदी  का
वाचन करेंगे और लिखेंगे। इसलिए आप जहाँ तक हो सके , कक्षा में हिंदी का माहौल बना लें तो बच्चे धीरे-धीरे उस भाषा में ज़रूर निपुण बन जाएेंगे।





















     सत्र तीन ( 12.00  - 1.00)
     उद्देश्य-  नवीं कक्षा के छात्रों को तृतीय कालांत मूल्यांकन के लिए तैयार करना।
    सहायक सामग्री - HB&TB
     संसाधक नवीं कक्षा की इकाई चार के पाठ के नाम के आधार पर चार -पाँच ग्रूप विभाजन करें।
     दलों में इकाई चार का विश्लेषण करने का अवसर भी दें।
     चर्चा सूची
     नवीं कक्षा के छात्रों को तृतीय कालांत मूल्यांकन करने केलिए हमें क्या-क्या तैयारियाँ करनी चाहिए ?
     हमारे छात्रों को किन-किन प्रोक्तियों से गुज़ारना चाहिए ?
     किन-किन उपजों की प्राप्ति हुई है ?
     नवीं कक्षा के छात्र दसवीं कक्षा में आने पर उन्हें किन-किन दक्षताएँ प्राप्त करनी है ?
     दलों में चर्चा कर लिखने का अवसर दें। तीन-चार ग्रूपों द्वारा प्रस्तुत  करने का अवसर दें।
    
     हरेक ग्रूपों द्वारा एक-एक दैनिक योजना( TM) तैयार करने का अवसर भी दें।
    
     दलों द्वारा प्रस्तुतीकरण ।
     प्रस्तुतीकरण के बाद संसाधक पूछें-
     क्या आपके  टी.एम. में उचित सहायक सामग्रियों का उपयोग किया है या नहीं ?
     समय का पालन किया है या नहीं ?
     आकलन की संभावनाएँ है या नहीं ? अध्ययन लक्ष्य की पूर्ति हुई है या नहीं ?
     क्या आपके  टी.एम. में  ICT की संभावनाएँ थीं  ?
     क्या आपने  टी.एम. में समावेशी शिक्षा ( INCLUSIVE EDUCATION) को स्थान दिया है या नहीं ?
Text Box:   संक्षिप्तीकरण
नवीं कक्षा के छात्रों में  कम-से-कम सभी प्रोक्तियों से परिचय होना चाहिए ।
( पत्र, वार्तालाप , डायरी , रपट ,साक्षात्कार , पोस्टर ,निबंध आदि)
 अध्ययन लक्ष्य की सफलता एक अच्छे टी.एम. पर निर्भर है।
   
    

   


तीसरा सत्र  ज़ारी (2.00   -  3.30)
उद्देश्य-  आठवीं कक्षा के छात्रों को तृतीय कालांत मूल्यांकन के लिए तैयार करना।
 सहायक सामग्री - HB&TB
 संसाधक कहें,
                 इस साल आपने आठवीं कक्षा की नयी पुस्तिका का परिचय किया है न ।
हमारे छात्र अब तक कितनी अधिगम उपलब्धियाँ (Learning Outcome ) प्राप्त की है  ?
हरेक प्रोक्ति सिखाते समय आपको  किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा ?
आपने शिक्षक साथी का सफल उपयोग किया है या नहीं ?
चर्चा करके प्रस्तुत करने का अवसर दें।
संसाधक शंकाओं का समाधान भी करें।
 संसाधक कहें,
                आठवीं कक्षा की पाँचवीं इकाई का विश्लेषण करना है।

पाठ
आशय/
अवधारणा
मूल्य/
मनोभाव
सामग्री
गतिविधि
अधिगम
उपलब्धियाँ
आकलन










  इस प्रारूप के आधार पर पाँचवीं इकाई का विश्लेषण करने का अवसर दें।
  चुनिंदे भागीदारों से प्रस्तुतीकरण करने का अवसर ।
दो-दो ग्रूप बनाकर सफ़ेद गुड़ (कहानी),खूबसूरत अनुभूति है एवरस्ट (साक्षात्कार ),
 आदि पाठभाग देकर वैयक्तिक रूप से टीचिंग मैनुअल तैयार करने का निर्देश दें।
चुनिंदे भागीदारों से प्रस्तुति।
Text Box: संक्षिप्तीकरण
आठवीं कक्षा के छात्रों में  अधिगम उपलब्धियों के संबन्ध में स्पष्ठ अवधारणा पैदा करनी चाहिए। सभी प्रोक्तियों से परिचय होना चाहिए ।
प्रोक्तियों के संबन्ध में भी व्यक्तता देना है।
 अध्ययन लक्ष्य की सफलता एक अच्छे टी.एम. पर भी निर्भर है।
ICT,समावेशी शिक्षा ( INCLUSIVE EDUCATION) को भी ध्यान में रखकर टी.एम. तैयार करने से कक्षा सफल होगी।
 



 



सत्र चार (3.30- 4.00)
क्लस्टर का पुनरीक्षण
संसाधक कहें-
                 आज सुबह से शाम तक हमने किन-किन प्रक्रियाओं से गुज़रे ?
अगले क्लस्टर कैसे होना चाहिए ?
चर्चा के लिए दस मिनट दें।
संसाधक उनके सुझाव को सूचीबद्ध करें।
कहें-
अगले क्लस्टर में आपके स्कूलों के छात्रों की अच्छी उपजों की प्रदर्शनी जिला स्तर पर चलेगी ।
उसके लिए आपको तैयारी करना है।  उसके लिए आप क्या-क्या करेंगे ?
(जैसे- ज्ञानमार्ग एकांकी का मंचीकरण (वीडियो मोबइल क्लिपिंग) पोस्टर (चार्ट)प्लकार्ड (नारे),
महत वचन संकलन (चार्ट)कलेंडर , देवनागरी अंक (चार्ट ),पोर्ट फोलियो , कार्टून ,चित्रकथा ,रपट,डायरी ....)



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