2011, സെപ്റ്റംബർ 11, ഞായറാഴ്‌ച

अहिंसा सशक्त हथियार है (संगोष्ठी आलेख ) स्टड 9

युद्ध विनाशकारी है:-
युद्ध आज की एक भीषण समस्या है। एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र पर युद्द करना चाहता है।अपने स्वार्थ की पूर्ति केलिए ही ऎसा किया जा रहा है। अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए ही ऎसा किया जा रहा है ।लेकिन युद्धों का फल विनाशकारी है। युद्ध में हज़ारों की संख्या में नादान बच्चों ,बेकसूर आम जनता सभी की मृत्यु हो जाती है।देश के नगरों का ,इलाकों का नाश होता है।संयुक्त राष्ट्रसंघ आदि के नेतृत्व में युद्ध के खिलाफ़ प्रचार कार्य चल रहे हैं।
अहिंसात्मक कार्य:-
युद्ध के खिलाफ़ अहिंसात्मक मार्ग के प्रचार के पक्षधर है- गाँधीजी ।वे अहिंसा को ईश्वर मानते थे। महान शक्तिशाली ब्रिटीश
साम्राज्य को अहिंसारूपी हथ्यार द्वारा उन्होंने पराजित कर दिया था। अहिंसा में शक्ति है। उसमें शत्रु के मन में प्रभाव डालने की प्रबलता है। गाँधीजी ने अहिंसा पर आधारित सत्याग्रह जैसे आँदोलनों की सहायता की थी।
अहिंसा एक मनोवैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है। अत्याचारी के मन में अहिंसा का संचार करने उसे हिंसा के मार्ग से हटा सकते है। यों अहिंसा को हम एक सशक्त हथियार बना सकते है।