2011, ജൂലൈ 15, വെള്ളിയാഴ്‌ച

गौरा -रेखाचित्र (महादेवी वर्मा )

प्रकृति हमारी माँ है और पशु-पक्षी हमारे सहजीवी ।लेकिन आज का मानव स्वार्थ-पूर्ति
के लिए निर्ममता से पशु-पक्षियों की हत्या कर रहा है।

घटना क्रम
० महादेवी अपनी छोटी बहन श्यामा के घर से बछिया लाई ।
० परिचितों और परिचारकों ने गाय का श्रद्धापूर्वक स्वागत किया ।
० गाय का नामकरण भी किया ।
० एक वर्ष के उपराँत गौरा एक बत्स की माँ बनी ।
० दूध लानेवाले ग्वाले के आग्रह के अनुसार दोहन केलिए उसकी ही नियुक्ति की गई ।
० गौरा का स्वास्थ्य बिगडने लगा।
० ग्वाला लापता हो गया।
० लेखिका ने पशु-चिकित्सकों से चिकित्सा करवाई ।
० यह बात पक्की हो गई कि सूई खिलाने से ही गाय का स्वास्थ्य बिगड गया।
० गौरा का मृत्यु से संघर्ष शुरु हुआ
० बाहर के विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार भी गाय का इलाज करवाया।

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