2012, ജൂലൈ 24, ചൊവ്വാഴ്ച


लंबी कहानी  से छोटी कहानी की ओर

मेमना
हिंदी के प्रमुख कहानीकार श्री लोकबाबु द्वारा लिखित एक कहानी है-मेमना। इस कहानी का नायक एक किसान है। मुसरा उसका अपना गाँव था । वहाँ उन्हें पाँच एकड़ ज़मीन थी। एक दिन वह खेती
केलिए अच्छे चीज़ो की तलाश में अपने मंझला भाई के पास गया। लेकिन बीज नहीं मिले उलटे भाई
ने एक मेमना उठाकर उसे पालने पोसने केलिए सौंप दिया ।
किसान मेमने को साथ लेकर गाँव जाने केलिए रेलवे स्टेशन की ओर चला । रास्ते में उसके गाँव मुसरा के एक किसान से मिला । उसने अपनेलिए टिकट और गाड़ी में यदि मिल सके तो जगह रखने केलिए
किसान से कहा था । इसलिए उन्होने दो टिकट लिये थे ।
रेलगाड़ी में बड़ी भीड़ थी। द्वितीय श्रेणी के गंदे और बदबुदार डिब्बे में किसान को थोड़ी सी जगह मिली।
उस डिब्बे में उजले कपड़े पहने अफसरनुमा स्वभाव वाले कुछ नौजवान लड़के बिना टिकट बैठे हुए थे।
उन्होने अपनी उपस्थिति ,हावभाव और बोलचाल से पूरे डिब्बे में आतंक -सा मचा रहा था।
रेलगाड़ी में भीड़ अधिक होने लगी। भीड़ से घबराकर मिमियाते मेमने की फिक्र और डिब्बे के मध्य ,
जहाँ वे लड़के बैठे थे , खड़े होने की जगह देखकर किसान वहाँ चला आया । किसान का वहाँ आना लड़को
को पसंद न आया । लड़को ने घृणा का भाव प्रकट करते हुए किसान को तंग करने लगा। लेकिन
किसान खेतो में बोने केलिए बीज-धान की सोच में पड़ गया ।
तभी ऊपर की सीट पर बैठा एक लड़का खायी हुई फल्ली के छिलके नीचे बैठे दूसरे यात्रियो पर जान बूझकर गिराता हुआ उतरा और उसके बदले दूसरा लड़का ऊपर की सीट पर चढ़गया ।उसके जूते की धूल
नीचे बैठे यात्रियो के सिर पर गिरी, मगर वे चुप रह गए ।उन्होने सोचा कि इन बदमाशो से लड़ना अपनी
पोसिष़न खराब करनी हे।गाड़ी चलती रही। उन लड़को में से एक ने जेब से कीमती सिगरेट का पैकट निकाला और सभी लड़को को बाँट देने के बाद माचिस के लिए हाथ डाला । उसकी माचिस की डिबिया
में दो तीलियाँ था,जो उसकी असावधानी से बिना सिगरेट सुलगे नष्ट हो गई।उन्होने डिब्बे के दोनो छोर की ओर देखकर पूछा- "अरे किसी के पास माचिस है क्या ?” कहीं से जवाब नहीं आया । कुछ यात्रियो के पास
माचिस थी , मगर देने की इच्छा किसी की नही थी। तुम्हारे पास है लड़के ने किसान से पूछा तो उन्होने
जेब से माचिस की डिबिया पकड़कर अपनी जेब में रख ली।सारे लड़के एक दूसरे की ओर देखकर ठहाका
मारकर हंस पड़े। सब मिलकर किसान की मजाक उठाने लगे। किसान ने विवश होकर सबको जवाब दिया।डिब्बे में शेष सभी यात्रीयो का ध्यान किसान की ओर था।
गाड़ी चलती रही। किसान का अपना स्टेशन मुसरा आनेवाला था। वह दरवाज़े की ओर सरक रहा था। तब एक विचित्र घटना घट गई। ऊपर की सीट में बैठे एक लड़के ने अपनी जली हुई सिगरेट किसान के हाथ में लटकते हुए मेमने के सिर में दबाकर बुझा दी।मेमना चिहुक कर मिमियाने लगा। दूसरे लड़के ने किसान की पगड़ी में ही सिगरेट दबा दी। किसान ने मेमने को नीचे रखा और ऊपर की सीट में बैठे लड़के की कालर पकड़कर ज़मीन पर खींच लिया । वह नीचे की सीट में बैठे लड़को के पावो पर गिरा और तीनो
कराहने लगे। किसान ने ऊपर बैठे मोटे लड़के के गाल पर झपट मारा तो दो लड़के के गाल पर झपट
मारा तो दो लड़के के गाल पर झपट किसान पर झपटे, मगर किसान अपने हाथो से रोक लिया।सब लड़के घबराए-से अपनी सीट पर सिमट गए।इस घटना के कारण उस डिब्बे के यात्रियो के मन में उस किसान के प्रति सम्मान और अपनापे की भावना भर आई और डिब्बे में आतंक और उत्पात का वातावरण समाप्त हो गया।मुसरा रेलवे स्टेशन आ गया।किसान बड़ी सरलता से नीचे उतर आया ।मेमने को कंधे पर उठाए वह घर की ओर चला।

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आत्मकथांश से जीवनी का अंश
आत्मकथांशः
मैं राजन, एक ग्रामीण किसान हूँ। मेरा जन्म केरल
राज्य के कण्णूर ज़िले में कैतप्रम नामक गाँव में हुआ। मेरे
माँ-बाप श्रीधर और गोमती हैं। मेरी पत्नी का नाम विजया है।
राजेश और राघव मेरे बेटे हैं। मैंने दसवीं तक की पढ़ाई
की थी। गाँव में मेरी पाँच एकड़ ज़मीन है। उसमें मैं काजू,
रबड़, काली मिर्च, कसावा, धान आदि की खेती करता हूँ।
खेती में मेरी पत्नी और बेटे भी मेरी सहायता करते हैं। 
आर्थिक कठिनाई होते समय मैं बैंकों से कर्ज लेता हूँ।

जीवनी में परिवर्तितः
श्री राजन एक ग्रामीण किसान है। उनका जन्म केरल
राज्य के कण्णूर ज़िले में कैतप्रम नामक गाँव में हुआ। श्रीधर
और गोमती उनके माँ-बाप हैं। उनकी पत्नी का नाम विजया
है। राजेश और राघव उनके बेटे हैं। उन्होंने दसवीं तक की
पढ़ाई की थी। गाँव में उनकी पाँच एकड़ ज़मीन है। उसमें वे
काजू, रबड़, काली मिर्च, कसावा, धान आदि की खेती
करते हैं। उनके बेटे और पत्नी भी खेती में उनकी सहायता
करते हैं। आर्थिक कठिनाई होने पर वे बैंकों से कर्ज लेते हैं।

FLASH NEWS
ഓണപ്പരീക്ഷ ആഗസ്ററ് 16 മുതല്‍ 24 വരെ നടക്കും.

2012, ജൂലൈ 16, തിങ്കളാഴ്‌ച

ഓണപരീക്ഷ സപ്തംബര്‍ ആദ്യയാഴ്ച. അധ്യാപക പരിശീലനം ജില്ലകളില്‍ ജൂലായ് 30 ന്  

അധ്യാപക പരിശീലനം ജില്ലകളില്‍ ജൂലായ് 30 ന് തുടങ്ങും. ആദ്യഘട്ടമായി ജില്ലകളിലെ അധ്യാപക സംഘടനാ നേതാക്കള്‍ക്കാണ് പരിശീലനം നല്‍കുക.സ്‌കൂളുകളില്‍ അധ്യാപകരുടെ താത്കാലിക ഫിക്‌സേഷന്‍ നടത്താനും തത്വത്തില്‍ തീരുമാനമായി. ഫിക്‌സേഷനെ തുടര്‍ന്ന് അധികമുള്ള അധ്യാപകരെ പരിശീലനത്തിന് അയക്കും. സ്‌കൂളുകളിലെ ഓണപരീക്ഷ ഇപ്രാവശ്യം ഓണം കഴിഞ്ഞേയുണ്ടാകൂ. സപ്തംബര്‍ ആദ്യയാഴ്ചയായിരിക്കും പരീക്ഷ. തീയതി തീരുമാനിച്ചിട്ടില്ല. വെള്ളിയാഴ്ച ചേര്‍ന്ന ഗുണമേന്മാ പരിശോധനാ സമിതിയിലാണ് പരീക്ഷ ഓണം കഴിഞ്ഞ് നടത്തിയാല്‍ മതിയെന്ന് തീരുമാനമായത്. വഞ്ചിപ്പാട്ട്, ചവിട്ടുനാടകം, നാടന്‍പാട്ട്, നങ്ങ്യാര്‍കൂത്ത് എന്നി നാല് ഇനങ്ങള്‍ക്കൂടി സ്‌കൂള്‍ കലോത്സവത്തില്‍ ഉള്‍പ്പെടുത്തും.




संगोष्ठी
संगोष्ठी लोगों का सम्मिलन है जिसमें किसी विषय पर विचार विमर्श किया जाता है।एक विशाल श्रोतागण के सामने किसी विषय पर वक्तव्य देना संगोष्ठी है। संगोष्ठी से किसी विषय को विभिन्न नज़रिए से देखने समझने का अवसर मिलता है।ज्ञानार्जन के साथ साथ भाषा पर क्षमता बढ़ाने का भी अवसर संगोष्ठी द्वारा प्राप्त होता है।

कक्षा में संगोष्ठी का विषय देने के साथ विषय पर छात्रें का पूर्वज्ञान परखने के लिए एक चर्चा चलाना अच्छा होगा । फिर अध्यापक की तरफ से एक छोटी सी भूमिका देनी है।एक निश्चित समय देकर उसके अंदर संगोष्ठी आलेख तैयार करने का निदेश दे।छात्र अपने ग्रूप में विषय को उपविषयों में बाँटकर ,उन उपविषयों पर जानकारी एकत्र करे। ग्रूप में इन छोटे आलेखों को परिमार्जित कर संगोष्ठी का आलेख बनाए ।




नदी और साबुन
(ज्ञानेद्रपति)
  • कवि के विचार से उतराई मछलियाँ किसका प्रतीक है ?
  • नदी का जल कैसे कलुषित हुआ ?
  • कारखानों से निकलनेवाले प्रदूषण को कवि ज्ञानेद्रपति ने अपनी भाषा में क्या शब्द दिया है ?
  • हिमालय के होते भी-प्रयोग से कौन-सी नदी का कविता में संकेत है ?
  • ज्ञानेद्रपति कौन है ?
  • नदी की त्वचा बैंगनी हो गई।नदी का पानी बैंगनी हो गया- एक में बेंगनी हो गई,दूसरे में बैंगनी हो गया -यह अंतर क्यों ?


गौरा
(महादेवी वर्मा)
  • गौरा कौन थी ?
  • गौरा कुछ विशिष्ट हो गई थी। कैसे ?
  • लेखिका का मन कभी विद्रोह करने लगता । क्यों ?
  • गौरा को देखते ही लेखिका की दुविधा निश्चय में बदल गई – क्यों ?
  • गौरा का पूरा नाम क्या है ?
  • लेखिका के घर पर गौरा का स्वागत कैसे हुआ ?
  • बछिया के संपर्क -सुख की अनुभूति में स्वयं खोनेवाले कौन-कौन थे ?
  • लालू कौन-था ? क्यों उसका ऎसा नाम रखा गया ?
  • कुत्ते-बिल्लियों ने एक अद्भुत दृश्य उपस्थित कर दिया था।क्या था वह दृश्य ?
  • गौरा को क्या बीमारी थी ?
हाथी के साथी
(मिलानी)
  • हाथियों के झुंड की खुशी ज़्यादा दिन तक टिकी नही - लेखिका मिलानी इसका
    क्या कारण बताती है ?
  • भूख और गर्मि से परेशान हाथी आखिर क्या करने लगे ?
  • तोरपा ब्लाक में ऊधम मचाने वाला हाथी कैसे मरा ?
  • हाथी भी बहूत कुछ इनसान की तरह है- इसके समर्थन में एक उदाहरण दें।
  • लेखिका हाथी और इंसान में क्या अंतर देखती है ?
  • अविनाश स्कूल जा रहा है- इस वाक्य में क्रिया किस काल में आई है?

कविता
चिड़िया
(रामदरश मिश्र)
  • कवि रामदरश मिश्र अपनी छोटी कविता चिड़िया में क्या विचार प्रस्तुत करते हैं?
  • चिड़िया कविता का संदेश क्या है?

बाबुलाल तेली की नाक
(व्यंग्य कहानी)
  • बाबुलाल तेली कौन था ?
  • किसने बाबुलाल तेली घूँसा जड़ा? क्या कारण था ?
  • अस्पताल जाना ही पड़ेगा- बाबुलाल तेली ने ऎसा क्यों सोचा ?
  • "इज़ इंट इमरजेंसी?" बाबुलाल तेली से ऎसा किसने पूछा ?
  • डांक्टर ने बाबुलाल तेली से कौन-कौन सी जाँच करवाने को कहा ?
  • बाबुलाल तेली के होश उड़ गए । क्यों ?
  • डां.लालुराम ने बाबुलाल का कैसा उपकार किया ?
  • इलाज के बावजूद बाबुलाल की क्या हालत हो गई?
  • बाबुलाल तेली की नाक- कहानी में क्या संकेत देती है ?
  • नाक के नीचे -मुहावरे का अर्थ बताएँ।
  • नाक में दम आना - मुहावरे का अर्थ बताएँ।
  • क्या यह वाक्य ठीक है ? नहीं तो ठीक करके सुनाएँ।
    वह को बुलाओ।
    प्रिय डाँक्टर्स
    (पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला)
  • पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला की लोकप्रिय कृति कौन-सी है ?
  • पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला पेशे से कौन है ?
  • नरक में भी वे फुसफुसाती और हँसती हैं- कौन ?
  • मर्तबान रखे हुए मनुष्य के मस्तिष्क , गुर्दे,फेफ़ड़े वगैरह देखकर देवदास को क्या लगा ?
  • प्रो.डी,कुमार का मिज़ाज कैसा था ?
  • प्रो.डी,कुमार की आकृति कैसी थी ?
  • मेेडिकल काँलेज के छात्रों को डाँ. डी,कुमार क्या उपदेश देते थे ?
  • प्रो.डी,कुमार के विचार से डाँक्टर को किसके समान होना चाहिए ?
  • प्रो.डी,कुमार के अनुसार रोगियों को बचानेवाला कौन होता है ?
  • छात्रों के दल का बँटवारा किस आधार पर होता है ?
  • डिसेक्शन हाल का चित्रण किन शब्दों में हुआ है ?
  • प्रो.कुमार ने मेज़ पर पड़ी लाशों के संबन्ध में क्या कहा ?
  • मरुन्नु नामक मलयालम उपन्यास को किसने हिंदी में अनुदित किया है?
  • डाँ.विश्वनाथ अय्यर कौन थे ?
  • वह घोड़ा गाड़ी खींचता है - इस वाक्य को दो अलग -अलग अर्थें में सुनाएँ।
  • उसका शरीर पतला है - इस वाक्य के शरीर के बदले देह प्रयुक्त होने पर वाक्य का स्वरूप कैसा होगा ?

महत् उद्धेश्य की प्रतिमा
  • डाँ.शांता को किन-किन व्यक्तियों ने प्रभावित किया ?
  • डाँ.शांता के निर्णय से लोगों के नाखुश होने का क्या कारण था ?
  • डाँ.शांता कृष्णकुमार के विचार से कैंसर की वृद्धि के क्या मुख्य कारण है ?
  • डाँ.शांता कृष्णकुमार के जीवन में उपलब्धि का चरम क्षण ?
  • डाँ.शांता कैंसर की रोक-थाम के लिए क्या सुझाव देती हैं ?
  • उचित क्रिया शब्द से वाक्या की पूर्ति करें। हम पिछले साल दिल्ली.........
  • क्यों - का प्रयोग करके एक वाक्य बनाएँ ।

मनुष्यता
(मैथलीशरण गुप्त)
  • किस प्रकार की मृत्यु को सुमृत्यु कहा जा सकता है ?
  • गुप्तजी ने दानी व्यक्तियों का उदाहरण देकर मनुष्यता केलिए क्या संदेश दिया है ?
  • कवि मदांधों को क्या उपदेश देना चाहते है ?
  • घटे न हेल-मेल हाँ,बढ़ें न भिन्नता कभी- यहाँ गुप्तजी का तात्पर्य क्या है ?

कविता
वह तो अच्छा हुआ
(भगवत रावत)
  • नगर की गंदी गली में कौन रो रहा है ?
  • गली और सँकरी हो गई थी - कवि भगवत रावत ने ऎसा क्यों कहा ?
  • गली और साँकरी हो गई थी - के प्रयोग से वास्तव कवि क्या कहना चाहता है?
  • लोग फुरसत में यह दृश्य दूर से देख रहे थे।कौन-सा दृश्य देख रहे थे ?
  • गली के बच्चे को देखकर अखबार वालों ने क्या खबर बनाई ?
  • बच्चा कौन था ?
  • वह तो अच्छा ही हुआ -वाली कविता किस यथार्थ की ओर इशारा करती है ?

आदमी का बच्चा
(यशपाल)
  • डौली कौन थी ?
  • वह तो कितना गंदा बच्चा है - मामा ने किसके बारे में ऎसा कहा ?
  • बग्गा साहब की कुतिया कैसी थी ?
  • वह कुतिया के पिल्लों के पास से हटना ही नहीं चाहती थी - कौन ?
  • डौली को मेहतर से क्या जाकारी मिली ?
  • डौली का विस्मय किस बात को लेकर था ?
  • माली का बच्चा कैसे मरा था ?
  • वह कुतिया पिल्लों से खेलती थी ।और वह कुतिया के पिल्लों से खेलती थी -में वह के कौन-कौन मतलब है ?
  • संशोधन करें।
    श्रीनगर झलम नदी के किनारे पर है।
  • फूल को सुमन क्यों कहते हैं ?

सकुबाई
(एकपात्रीय नाटक)
  • सकुबाई रेड़ियो कैसे बंद करती है ?
  • सकुबाई ने जल्दी घर जाने की अनुमति क्यों माँगी ?
  • सकुबाई का पूरा नाम क्या है ?
  • पाठशाला जाने से इनकार करती हुई सकुबाई की माता ने क्या कहा ?
  • सकुबाई के माँ-बाप क्या काम करते थे ?
  • सकुबाई के घर की क्या हालत थी ?
  • ए देवा । क्या ज़माना आ गया है - सकुबाई ऎसा क्यों सोचती है ?
  • सतीश ने गुड़िया खरीदी। इस वाक्य के गुड़िया शब्द के बदले खिलौना शब्द का प्रयोग करें।
मुफ़्त में ठगी
(रामकुमार आत्रेय)
  • बूढ़े किसान ने क्या -क्या खरीदा ?
  • बौरों में किसान को और क्या मिला ?
  • किसान को विश्वास के बदले क्या मिला ?
  • किसान क्या सोचकर संतुष्ट हुआ ?
  • अंग्रेज़ अफ़सर को मालूम हुआ कि रामानुजन मामूली आदमी नहीं ,मेधावी पुरुष है।
    -इस वाक्य में विशेषण शब्द कौन-कौन हैं?

भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य परंपरा
  • भारतीय संस्कृति में गुरू कैसे होते थे ?
  • भारत में शिक्षणालय का क्या मतलब था ?
  • भारत की गुरू-शिष्य परंपरा में शक्ति पाने का रहस्य क्या रहा है ?
  • भारत में शिक्षा -दान क्रिया का उद्देश्य क्या था ?
  • आज पेट पालने का जरिया बन गई है। -क्या ?
  • भारतीय अपने महान विभूतियों को पहचानने में बहूत उदासीन है।-दो उदाहरण दें।
  • किस प्रकार के लोगों को महान अच्छे लगते है?
  • इसका ज्ञान न होना ही तो हमारे सारे दुखों का कारण है।-कौन सा ज्ञान न होना ?
  • वह जल्दी-जल्दी घर पहूँचा।इस वाक्य में क्रिया विशेषण शब्द कौन-सा है?
  • उसने पूछा- चाय बनाऊँ- इस वाक्य का कर्ता शब्द कौन-सा है ?

निचोड़
  • दोउ हाथ उलीचिए- कबीरदास यहाँ क्या उपदेश देते हैं?
  • पंडित मूरख एक समान- तुलसीदास किनके बारे में क्यों ऎसा कहते है?
  • रहीम के अनुसार सज्जन कौन हैं?

वापसी
(उषा प्रियंवदा)
  • गजाधर बाबु खुश थे। क्यों?
  • गजाधर बाबु की पारिवारिक स्थिति क्या थी?
  • गजाधर बाबु स्वभाव से कैसे थे ?
  • घर आकर गजाधर बाबु को गणेश की याद क्यों ायी ?
  • गजाधर बाबु ने आहत विस्मित दृष्टि से पत्नी को देखा -क्यों?
  • पत्नी का व्यवहार गजाधर बाबु को बहूत खटका क्यों ?
  • वापसी - कहानी का मुख्य विचार क्या है ?

2012, ജൂലൈ 9, തിങ്കളാഴ്‌ച


शब्दार्थ
बसेरा लौटा दो =വാസസ്ഥലം തിരിച്ചു നല്‍കൂ
पर्याप्त=ആവശ്യമായ
मात्रा=അളവ്
अनियंत्रित=നിയന്ത്രണമില്ലാത്ത
हस्तक्षेप=കൈകടത്തല്‍
स्वच्छता=ശുചിത്വം
सुलभता=ലഭ്യത
अवश्य=തീര്‍ച്ചയായും
संकट=ദുരിതം
दुबली=മെലിഞ്ഞ







नदी और साबुन

मैली- कुचैली = गंदी, മലിനമായ

मछलियाँ उतराई है = मछलियाँ पानी के ऊपर आई हैं।
മത്സ്യം വെളളത്തിനു മീതെ പൊങ്ങിക്കിടക്കുന്നു.
दुर्दिन = മോശമായ ദിനങ്ങള്‍
दुर्जल = മലിനമായ ജലം
नीर = ജലം
हरना = അപഹരിക്കുക
कलुष = മാലിന്യം
बाघ = കടുവ
जुठारना = जुठा करना , മലിനപ്പെടുത്തുക
कछुआ = ആമ
पीठ = പുറം
उलीचना = जल बाहर निकलना , വെളളം തേവുക
हाथी = ആന
क्रीडा = കളി
सहना = സഹിക്കുക
सानंद = സന്തോഷത്തോടെ
स्वार्थी = സ്വാര്‍ത്ഥമായ
तेज़ाबी = अम्ल ,അമ്ളം
पेशाब = മൂത്രം
झेलना = सहना , സഹിക്കുക
बैंगनी हो जाना =മങ്ങിപ്പോകുക
शुभ्र = വെളുത്ത
त्वचा = ത്വക്ക്
सिरहाने = തലയ്ക്കല്‍
हथेली = ഉളളംകൈ
टिकिया = കട്ട
हार गयी = തോററുപോയി















गौरा

रैंभना = गाय के पुकारने की आवाज़
പശുവിന്റെ അമറല്‍

कानूनी कार्यवाही = कानूनी कार्य करने की प्रक्रिया
നിയമ നടപടി

खुरदरी = जो चिकना न हो
പരുപരുത്ത

रौदना = पैरों से कुचलकर ष्ट-भ्रष्ट करना
ചവിട്ടിമെതിക്കുക

जुर्म = अपराध
അപരാധം
पुट्ठा = कमर के नीचे का भाग
അരക്കെട്ടിനു താഴെയുളള ഭാഗം
चिकना = जिसे छूने में हाथ फिसले
മിനുസമായ
छोर = अंतिम सिरा, किनारा
അഗ്രഭാഗം
साँचे में ढ़ला = रूप-आकार में अत्यंत सुंदर
അച്ചില്‍ വാര്‍ത്തപോലെ മനോഹരമായ
टीका = तिलक
പൊട്ട്
लौ =आग की ज्वाला
തീ നാളം
खुजलाना =खुजली करना
ചൊറിയുക

दुग्ध -दोहन = गाय आदि का दूध निकालना
പാല്‍ കറക്കല്‍



हाथी के साथी
खतरनाक - അപകടകാരിയായ
साबित होना - തെളിയിക്കപ്പെടുക
सताना - ഉപദ്രവിക്കുക
लाश - ശവം
घटना - സംഭവം
साथी - കൂട്ടുകാര്‍
घने - ഘോരമായ
मन मौजी - സ്വേഛാചാരിയായ
ठंडक - തണുപ്പ്
टिकना - നിലനില്‍ക്കുക
बेघर - വീടില്ലാത്ത
भूख - വിശപ്പ്
नज़दीक - അടുത്ത്
बरबाद कर डालना - നശിപ്പിക്കുക
रौदना - ചവിട്ടിമെതിക്കുക
कानून - നിയമം
बिजली - വൈദ്യുതി
खंभा - തൂണ്‍
खबर - വിവരം
गुस्सा - ദേഷ്യം
मौका - അവസരം
ठोकर मारना - ചവിട്ടുക
लाठी - കുറുവടി
कुल्हाडी - കോടാലി
चाकू - കത്തി
महंगा - വിലകൂടിയ
सजावट - അലങ്കാരം
इजाज़त - അനുവാദം
उल्टा - വിപരീതമായ
घेर लेना - വളയുക
दबना - അമര്‍ത്തുക
फटकना - എത്തുക
गड्डा - കുഴി
घसीटना - വലിച്ചിഴക്കുക
ढकना - മൂടുക
पाठक - വായിക്കുന്നവര്‍
झटका - आघात ,ആഘാതം

जेवर - आभूषण ,ആഭരണം


चिड़िया
भटकाना - इधर-उधर घूमना
ചുററിത്തിരിയുക
उड़ना - പറക്കുക
भटकना - അലഞ്ഞു തിരിയുക
घोसला - പക്ഷിക്കൂട്
थकना - അന്വേഷിക്കുക
जलना - ക്ഷീണിക്കുക
डाल - ചില്ല