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2011, ഓഗസ്റ്റ് 26, വെള്ളിയാഴ്ച
2011, ഓഗസ്റ്റ് 24, ബുധനാഴ്ച
अध्यापक सशक्तीकरण कार्यक्रम
उद्देश्य-
अवकाशकालीन प्रशिक्षण के दौरान अब तक की कक्षाई प्रक्रियाओं का अवलोकन ।
दसवीं कक्षा की दूसरी इकाई का समग्र अवलोकन ।
विभिन्न प्रसंगों में विधांतरण करने का अवसर प्रदान करना ।
सभी छात्रों को कक्षाई प्रक्रियाओं के ज़रिए लक्ष्य तक पहुँचाने की आवश्यकता पहचानना।
अध्यापक के तौर पर खोजपरक कार्यों में भाग लेने की आवश्यकता पहचानना।
दसवीं कक्षा की तीसरी इकाई का समग्र अवलोकन।
हिंदी दिवस सितंबर १४ समारोह के कार्यक्रमों का आयोजन।
कक्षाई प्रक्रियाओं में आई।सी।टी। की संभावनाएं पहचानना।
सतत मूल्यांकन सामग्री की अवधारणा प्राप्त करना।
अवकाशकालीन प्रशिक्षण के दौरान अब तक की कक्षाई प्रक्रियाओं का अवलोकन ।
दसवीं कक्षा की दूसरी इकाई का समग्र अवलोकन ।
विभिन्न प्रसंगों में विधांतरण करने का अवसर प्रदान करना ।
सभी छात्रों को कक्षाई प्रक्रियाओं के ज़रिए लक्ष्य तक पहुँचाने की आवश्यकता पहचानना।
अध्यापक के तौर पर खोजपरक कार्यों में भाग लेने की आवश्यकता पहचानना।
दसवीं कक्षा की तीसरी इकाई का समग्र अवलोकन।
हिंदी दिवस सितंबर १४ समारोह के कार्यक्रमों का आयोजन।
कक्षाई प्रक्रियाओं में आई।सी।टी। की संभावनाएं पहचानना।
सतत मूल्यांकन सामग्री की अवधारणा प्राप्त करना।
2011, ഓഗസ്റ്റ് 15, തിങ്കളാഴ്ച
संपादकीय
चिकित्सा के क्षेत्र में नैतिकता
भारत पुराने समय से ही अन्य देशों के सामने भव्य परंपरावेले देश है।लोकमंगल की भावना से भरे हुए लोग थे भारतीय ।इस समाज में सभी प्राणियों को जीने का हक है। यह हर भारतीय का विश्वास था। आधुनिकता से प्रभावित विचारधारा में नैतिकता का अभाव हम देख सकते है।
विशेष रूप से समाज में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।राजनैतिक,सामाजिक,आपसी संबन्ध सब में हम भ्रष्टाचार देख सकते है।चिकित्सा के क्षेत्र में नैतिकता का अभाव भारतीय समाज में अन्यत्र देख सकते है। डाक्टर को सामने बैठे मरीज़ पर दृष्टि नहीं बल्कि उनकी जेब पर दृष्टि हैं। ऎसा भी डाक्टर्स है, जो उनकी नकली उपाधियाँ लेकर अपना क्लिनिक खोले है।ऎसे डाक्टरों से हम कैसे उम्मीद कर सकते है ? आजकल ऎसे मेडिकल काँलेज भी है,जहाँ रुपयों के आधार पर भर्त
भारत पुराने समय से ही अन्य देशों के सामने भव्य परंपरावेले देश है।लोकमंगल की भावना से भरे हुए लोग थे भारतीय ।इस समाज में सभी प्राणियों को जीने का हक है। यह हर भारतीय का विश्वास था। आधुनिकता से प्रभावित विचारधारा में नैतिकता का अभाव हम देख सकते है।
विशेष रूप से समाज में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।राजनैतिक,सामाजिक,आपसी संबन्ध सब में हम भ्रष्टाचार देख सकते है।चिकित्सा के क्षेत्र में नैतिकता का अभाव भारतीय समाज में अन्यत्र देख सकते है। डाक्टर को सामने बैठे मरीज़ पर दृष्टि नहीं बल्कि उनकी जेब पर दृष्टि हैं। ऎसा भी डाक्टर्स है, जो उनकी नकली उपाधियाँ लेकर अपना क्लिनिक खोले है।ऎसे डाक्टरों से हम कैसे उम्मीद कर सकते है ? आजकल ऎसे मेडिकल काँलेज भी है,जहाँ रुपयों के आधार पर भर्त
2011, ഓഗസ്റ്റ് 13, ശനിയാഴ്ച
2011, ഓഗസ്റ്റ് 6, ശനിയാഴ്ച
सेहत की राह पर
ചികിത്സാ രംഗത്തെ അഴിമതിയും ധാര്മ്മികതയുടെ അപചയവും വിശകലനം ചെയ്യുന്നതാണ് ഈ യൂണിററ്.
ശക്തനായ ഒരു മനുഷ്യന്റെ അഹങ്കാരത്തിലൂടെയും ബാബുലാലിന്റെ നിഷ്കളങ്കതയിലൂടെയും ചികിത്സാരംഗത്തെ
തോന്ന്യാസങ്ങളെ ചിത്രീകരിക്കുന്ന ഹാസ്യകഥയാണ്- बाबुलाल तेली की नाक
ശക്തനായ ഒരു മനുഷ്യന്റെ അഹങ്കാരത്തിലൂടെയും ബാബുലാലിന്റെ നിഷ്കളങ്കതയിലൂടെയും ചികിത്സാരംഗത്തെ
തോന്ന്യാസങ്ങളെ ചിത്രീകരിക്കുന്ന ഹാസ്യകഥയാണ്- बाबुलाल तेली की नाक
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