2017, മാർച്ച് 23, വ്യാഴാഴ്‌ച

അദ്ധ്യാപക സംഗമം 2017 മാര്‍ച്ച് 24 വെള്ളിയാഴ്ച്ച

Cluster
കേരളത്തിലെ ക്ലാസ്സ് മുറികളും സ്കൂള്‍ അങ്കണങ്ങളും കെട്ടിലും മട്ടിലും മാറുകയാണ്. ക്ലാസ്സ് മുറികള്‍ ഹൈടെക് നിലവാരത്തില്‍ മാറുമ്പോള്‍ അതൊരു പാഠപുസ്തകം കണക്കെ അതിരുകള്‍ കടന്ന് വളരുകയാണ്. ഇതിനൊപ്പം സ്വയം നവീകരിക്കപ്പെടാന്‍ അദ്ധ്യാപകരെ ഒരുക്കുന്ന അദ്ധ്യാപക സംഗമത്തിലേയ്ക് ഏവര്‍ക്കും സ്വാഗതം.
ഒരേ സമയം പഠനഉള്ളടക്കമായും, പഠനോപാധ‌ിയായും സ്കൂള്‍ കാമ്പസിനെ ഉപയോഗിക്കാന്‍ അദ്ധ്യാപകരെ പ്രാപ്തരാക്കാനുള്ള ചിന്തകള്‍ ഈ ക്ലസ്റ്റര്‍ സംഗമത്തില്‍ പങ്ക് വയ്ക്കപ്പെടുകയാണ്. ഈ ബ‍‍ൃഹത് സംരംഭത്തില്‍ പൊതുസമൂഹത്തെ കൂടി ചേര്‍ത്തുനിര്‍ത്താന്‍ വേണ്ട ആസൂത്രണ ഉപാധികളും അദ്ധ്യാപക സംഗമത്തില്‍ ചര്‍ച്ച ചെയ്യുന്നു.
നമ്മുടെ ലക്ഷ്യം ഓരോ കുട്ടിയും പരിഗണിക്കപ്പടണം. തിരിച്ചറിയപ്പെടണം. സഹായിക്കപ്പെടണം. കാമ്പസുകളിലെ കാലോചിതമായ മാറ്റങ്ങള്‍ക്കൊപ്പം.
2017 മാര്‍ച്ച് 24 ന്
നടക്കുന്ന അദ്ധ്യാപക സംഗമത്തില്‍ എന്തെല്ലാം സംഗതികള്‍?
1. ഹൈടെക് ക്ലാസ്സ് മുറികളിലെ അറിവുനിര്‍മ്മാണ പ്രക്രിയ
ഇതിനായി ഫലപ്രദമായ ഐ സി റ്റി പഠനസാമഗ്രികള്‍
കണ്ടെത്തല്‍, സ്വീകരിക്കല്‍,
നിര്‍മ്മിക്കല്‍, പ്രയോഗിക്കല്‍,
മികച്ച പഠനാനുഭവം കുട്ടിക്ക് നല്‍കല്‍
2. ജൈവവൈവിദ്ധ്യ ഉദ്യാനം ഒരുക്കല്‍ എന്തിന്? എങ്ങനെ?
പ്രകൃതി ഒരു പാഠപുസ്തകമാണ്.
പ്രകൃതിയില്‍ നിന്നും പഠിക്കാന്‍,
പ്രകൃതിയെ സംരക്ഷിക്കാന്‍,
സഹജീവിബോധം വളര്‍ത്താന്‍,
സസ്യജന്തു പാരസ്പര്യം അറിയാന്‍,
ജലസംരക്ഷണ പ്രാധാന്യം വളര്‍ത്താന്‍
ജൈവവൈവിദ്ധ്യ ഉദ്യാനം സ്കൂള്‍ കാമ്പസില്‍ നിര്‍മ്മിക്കല്‍
3. സ്കൂള്‍ എന്ന ടാലന്റ് ലാബ്
കുട്ടികളിലെ സവിശേഷ പ്രതിഭയെ കണ്ടത്തി പ്രോത്സാഹിപ്പിക്കാന്‍.
കുട്ടികളുടെ ആത്മാവിഷ്കാരത്തിന് അവസരമൊരുക്കല്‍
കുട്ടികളുടെ അനഭിലഷണീയ പ്രകൃതവും,
പ്രവണതകളും തടയാന്‍
സ്കൂളിനെ ഒരു കലാകായികസാംസ്കാരിക പാര്‍ക്കായി വികസിപ്പിക്കാന്‍
ഇതിനുള്ള ധാരണയും മനോഭാവവുമുള്ള അദ്ധ്യാപക സമൂഹം ഉണ്ടാക്കല്‍.
ഗുണമേന്മയുള്ള വിദ്യാഭ്യാസം ഉറപ്പാക്കി
കുട്ടികളുടെ പ്രതിഭ കണ്ടത്തി വളര്‍ത്താന്‍
നമ്മുടെ സ്കൂള്‍ സജ്ജമാണോ?
ശ്രദ്ധയില്‍പെടാതെ പോയ പ്രതിഭകളുണ്ടോ?
എന്തൊക്കെ മാറ്റങ്ങള്‍ വരുത്തണം?
അദ്ധ്യാപകന്‍ തയ്യാറാകല്‍
നിലവിലുള്ള സംവിധാനങ്ങള്‍ ചിട്ടപ്പെടുത്തലും,
കാര്യക്ഷമമാക്കലും
പുതിയ സംവിധാനങ്ങള്‍ രൂപപ്പെടുത്തല്‍
പ്രയോഗസാദ്ധ്യതകള്‍
പൊതു വിദ്യാലയങ്ങള്‍ അവധിക്കാലത്തും സജീവം എന്തിന്?
എന്തൊക്ക മുന്നൊരുക്കങ്ങള്‍?
അദ്ധ്യാപസംഗമം ഇവ അന്വേഷിക്കുന്നു.
4. സ്കൂള്‍ തല ആസൂത്രണം
സമഗ്രാസൂത്രണം ആവശ്യം
വിദ്യാലയ വികസന സമിതി രൂപീകരണം
പൂര്‍വ്വ വിദ്യാര്‍ഥി പൂര്‍വ്വ അദ്ധ്യാപക സംഘടന രൂപീകരണം.
സ്കൂള്‍ വികസന രേഖ

2017, മാർച്ച് 18, ശനിയാഴ്‌ച













 

SSLC EXAMINATION, MARCH 2017
Third Language
Hindi Prepared by
Asok kumar N.A
GHSSPerumpalam
Alappuzha (dt) Mob: 944737 8576 ashokpatanjalikumar@gmail.com
Std X Answer key
Qn. No.
Value Point / Indicators
Score/per point
Total
Score
1 चार्ली की मासूमियत से प्रभावित था । (सही उत्तर )
1
1
2
आशय समझकर उत्तर लिखा है।
उत्तर लिखने का प्रयास किया है।
2
1


2
3
प्रसंग के आधार पर अपने विचारों को जोड़कर आकर्षक रूप से डायरी लिखा है।

प्रसंग के आधार पर अपने विचारों को जोड़कर डायरी लिखा है।
प्रसंग के आधार पर डायरी लिखा है।
डायरी लिखने की कोशिश की है।
4


3

2
1



4
4 भूमंडल सूखा रहता
1
1
5 आशय समझकर दो पंक्तियों को चुनकर लिखी है।
आशय समझकर एक पंक्ति लिखी है।
(जीवजंतु क्या प्राणिमात्र भी
नहीं जन्म कोई ले पाता ।)
2

1

2
6
पानी की महत्व का संदेश देते हुए उचित रूप-संविधान के साथ आकर्षक रूप से पोस्टर
तैयार किया है।
उपरुक्त मुद्दों में से एक को छोड़कर पोस्टर तैयार किया है।
अंशिक रूप से मुद्दों का पालन करके पोस्टर तैयार किया है।
पोस्टर तैयार करने का प्रयास किया है।

4

3

2
1





4
7. महीनों बाद घर लौटने का समय आया है। (सही उत्तर )
1
1
8. पशुचारकों के महीनों तक के पहाड़ी जीवन- विषय पर वस्तुनिष्ठ रूप में दत्तों को जोड़कर टिप्पणी लिखी है ।
प्रस्तुत विषय पर अंशिक रूप से टिप्पणी लिखी है।
2






9. अंश के आधार पर समग्र रूप से स्थान, समय , परिवेश ,पात्रों की आयू , चाल-चलन
हाव-भाव आदि को और उचित संवादों को जोड़कर पटकथा लिखी है।
अंश के आधार पर स्थान, समय , परिवेश ,पात्रों की आयू , चाल-चलन
हाव-भाव आदि को और उचित संवादों को जोड़कर पटकथा लिखी है।
आँशिक रूप से पटकथा लिखी है।
पटकथा लिखने की कोशिश की है।
3

2

1

3
2

1


3






3
10.
प्रसंगानुकूल , स्वाभाविक भाषा में कल्पना करके वार्तालाप लिखा है।
प्रसंगानुकूल , स्वाभाविक भाषा में वार्तालाप लिखा है।
प्रसंगानुकूल वार्तालाप लिखा है।
वार्तालाप लिखने की कोशिश की है।


4
3
2
1



4
11. कई लोग मुझे बुलाने लगे ।

1

1
12. दीवार - भीत
1
1
13. अकाल में चूहों को खाने केलिए कुछ भी नहीं मिला था।
इसलिए उनकी हालत बहूत दयनीय थी।
1


1
14.
कविता का परिचय देते हुए उचित शीर्षक के साथ उचित भाषा में पंक्तियों का विश्लेषण करके आस्वादन टिप्पणी लिखी है।
उपज में टिप्पणी के उपयुक्त सूचक आँशिक रूप से है।
टिप्पणी लिखने का प्रयास किया है।


3
2
1



3


15.
और वैसे भी मैं तो पराई अमानत हुँ - गुठली तो पराई है।
दुनिया सच में बहूत छोटी है दोस्तों - जैसलमेर
ड्राईवर ने खच्च से ब्रेक लगाया - उँट बनाम रेलगाड़ी

1
1
1


3

16. बेला की सिर पर पट्टी बाँधी थी ।

1

1
17.
नीम के पेड़ की छाया में कबूतर घायल पड़ा था।
1

1


18.

घटना का वर्णन करके उचित भाषा में पत्र की रूपरेखा का पालन करते हुए मित्र के नाम पत्र लिखा है।
घटना का वर्णन करके पत्र की रूपरेखा में मित्र के नाम पत्र लिखा है।
कल्पना करके पत्र लिखा है।
पत्र लिखने का प्रयास किया है।



4
3
2
1




4

2017, മാർച്ച് 8, ബുധനാഴ്‌ച


ANNUAL EVALUATION 2016-17
Third Language
Hindi
Std 1X Answer key
Qn. No.
Value Point / Indicators
Score/per point
Total
Score
1
आशय गृहण करके उत्तर लिखा है। (सारस)
1
1
2
आशय समझकर दो पंक्तियाँ चुनकर लिखी है।
आशय समझकर एक पंक्ति लिखी है।
(पानी को खोजते
दूर-देसावर तक जाना था उन्हें )
1
1


2
3
कवितांश का विश्लेषण करके वर्तमान संदर्भ पर इसकी चर्चा करते हुए आशय लिखे हैं ।
कविता का विश्लेषण करके आशय लिखे हैं।
आशय लिखने की कोशिश की है।
3

2
1



3

4
किताब
1
1
5
आशय गृहण करके चरित्र की विशेषता पूर्ण रूप से लिखा है।
आशय गृहण करके आँशिक रूप चरित्र की विशेषता लिखा है।
लिखने का प्रयास किया है।
( आत्मविश्वास, चुनौतियों को जीतने का मनोबल, परिश्रमी व हार न माननेवाली )
3

2
1

3
6
पत्र
संकेतों के सहारे उचित भाषा में पत्र की रूप रेखा का पालन करते हुए
प्रेमचंद के बारे में अपने मित्र के नाम पत्र लिखा है।
संकेतों के सहारे पत्र की रूप रेखा का पालन करते हुए प्रेमचंद के बारे में पत्र लिखा है।
संकेतों के सहारे पत्र लिखा है।
पत्र लिखने का प्रयास किया है।
( प्रसंगानुकूल-पत्र की शैली -स्थान,दिनांक-स्वाभाविक भाषा- पता )


4

3

2
1





4
7.
खुद संसार रूपी पुस्तक को पढ़ना दुनिया का पुराना हाल जानने का असली तरीका है। (सही उत्तर)
1
1
8.
(ंबन्ध पहचानकर सही मिलान करता है।)
तीनों का सही मिलान किया है।
दो मिलान सही है।
एक मिलान सही किया है।
दुनिया का एक छोटा -सा टापू - इंगलैंड
दुनिया का एक बहूत बड़ा देश –- हिंदुस्तान
संसार की पुस्तक का छोटा -सा पृष्ठ –- छोटा-सा रोड़ा


3
2

1





3




9.
संसार पुस्तक है -विषय पर वस्तुनिष्ठ रूप में अपना विचार लिखा है।
प्रस्तुत विषय पर आँशिक रूप से अपना विचार लिखा है।
लिखने का प्रयास किया है।
अथवा
वस्तुनिष्ठ रूप में कथन का समर्थन करके लिखा है।
आँशिक रूप से कथन का समर्थन करके लिखा है।
लिखने का प्रयास किया है।
3

2

1

3
2

1


3






3
10.
( समानार्थी खड़ीबोली शब्द चुनकर लिखा है )
() मोहि - मुझे
() खिझायो - चिढ़ाया


1
1



2
11.
मैया मोहि दाऊ बहूत खिझायो ।
मोसों कहत मोल को लीनो तोहि जसुमति कब जायो ।।
(उचित दो पंक्तियाँ चुनकर लिखा है।)

2

2
12.
शीर्षक देकर कविताँश का विश्लेषण करके पंक्तियों का आशय लिखा है।
पंक्तियों का आशय लिखा है।
आशय लिखने का प्रयास किया है।
3

2
1

3
13.
उचित उत्तर लिखा है।
लिखने का प्रयास किया है।
1

1


2
14.
पटकथा
कहानी के इस प्रसंग केआधार पर समग्र रूप से स्थान, समय ,परिवेश ,पात्रों की चाल-चलन,हाव-भाव आदि को और उचित संवादों को जोड़कर पटकथा लिखी है।
कहानी के आधार पर स्थान, समय ,परिवेश ,पात्रों की चाल-चलन,
हाव-भाव आदि मुद्दों को आँशिक रूप से जोड़कर उचित संवादों के साथ
पटकथा लिखी है।
आँशिक रूप से पटकथा लिखी है।
पटकथा लिखने की कोशिश की है।
(दृश्य -– आभास- पात्र -संवाद )
अथवा
वार्तालाप
प्रसंगानुकूल और स्वाभाविक भाषा में वार्तालाप लिखा है।
प्रसंगानुकूल वार्तालाप लिखा है।
वार्तालाप आंशिक रूप से लिखा है।
वार्तालाप लिखने की कोशिश की है।
( प्रसंगानुकूल- वार्तालाप की शैली -विचार विनिमय -शुद्धभाषा का प्रयोग )


4


3



2

1


4

3
2

1







4







4
15.
उचित शीर्षक

1

1

16.
पेड़ लगाकर

1

1
17.
कविताँश का विश्लेषण करके वर्तमान संदर्भ पर इसकी प्रासंगिकता की चर्चा
करते हुए शीर्षक देकर टिप्पणी लिखी है।
कविताँश का विश्लेषण करके शीर्षक देकर टिप्पणी लिखी है।
कविताँश का विश्लेषण करके टिप्पणी लिखी है।
टिप्पणी लिखने की कोशिश की है।
( भूमिका - विश्लेषण –- उपसंहार- शीर्षक )
अथवा
पोस्टर
पर्यावरण -संरक्षण का संक्षिप्त एवं उचित संदेश वाक्यों को जोड़कर आकर्षक ढंग से पोस्टर बनाया है।
पर्यावरण -संरक्षण का संदेश वाक्यों को जोड़कर आकर्षक ढंग से पोस्टर बनाया है।
पर्यावरण -संरक्षण का संदेश वाक्यों को जोड़कर पोस्टर बनाने की कोशिश की है।
पोस्टर बनाने की कोशिश की है।
( आकर्षकता - संक्षिप्त भाषा शैली- संदेश -उचित चित्र -स्थान,समय ,तिथि)

4

3

2
1





4

3

2
1



4









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Prepared by
Asok kumar N.A
GHSSPerumpalam
Alappuzha (dt) Mob: 9447378576 ashokpatanjalikumar@gmail.com