2012, ഡിസംബർ 26, ബുധനാഴ്ച
2012, ഡിസംബർ 25, ചൊവ്വാഴ്ച
2nd
Term Exam 2012-13 VIII Hin Qn Answers – A Model
1.
तालिका
की पूर्ति
3
पाठ
|
प्रोक्ति
|
रचयिता
|
पत्नी
|
कविता
|
कमल
कुमार
|
मंगर
|
रेखाचित्र
|
रामवृक्ष
वेनीपुरी
|
जागरूकता
|
कहानी
|
ताराचंद
मकसाने
|
- पुलिस सेना में किरण बेदी की भर्ती हुई।
- पुलिस सेना में किरण बेदी की भर्ती हुई।
- पुरानी दिल्ली में दंगा शुरू हुआ।
- दंगाइयों
ने घर को आग लगा दी।
किरण
बेदी ने लोगों की रक्षा की।
3.
रेश्मा
की विशेषताएँ-
2- अनाचारों के विरुद्ध आवाज़ उठानेवाली।
- सांस्कृतिक
कार्यक्रमों में सक्रिय भाग
लेनेवाली।
उचित
उत्तर चुनकर लिखें। (4-7)
4.
ईश्वर
हमारे अंदर बसता है।
कबीरदास
का उदाहरण है -
फूल
में बास होता है।
1
5.
घर
में एकवचन में रहनेवाली पत्नी
है।
1
6.
रेश्मा
की बुआजी पुत्र-प्राप्ति
के सपने में खोई
हुई थी।
1
7.
मछुआरों
की गरीबी का कारण शोषण
है।
1
8.
कवि
ने औरत (पत्नी)
की
तुलना कारपेट,
परदा,
शेंडलियर,
बड़े
कलाकार की फ्रेम में जड़ी
अमुकृति
आदि
से की
है।
2
9.
विभिन्न
कारणों से दुखी लोगों को उनके
अंधविश्वास का फायदा
उठाते
हुए धोखा देने के लिए कुछ लोग
तैयार रहते हैं। विभिन्न
समस्याओं
के समाधान का वादा करते हुए
उनसे पैसे वसूल
करते
हैं। इसे रोकने के लिए सामाजिक
तौर का प्रचार कार्य
आवश्यक
है।
2
10.
मंगर
के बुढ़ापे का चित्र लेखक ने
ऐसा खींचा है-
उसके
शरीर के
माँस
और माँसपेशियाँ ही नहीं गल
गई हैं,
उसकी
हड्डियाँ तक सूख
गई
हैं। आज उसका यह शरीर उस पुराने
शरीर का व्यंग्यचित्र मात्र
रह
गया
है।
2
11.
संशोधन-
2
रेश्मा
दसवीं कक्षा की छात्रा थी।
वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों
में
भाग
लेती थी। जब रेश्मा स्कूल से
आई
तब घर
में अनेक
महीलाएँ
थीं।
12.
विरामचिह्न
जोड़कर वाक्यों का पुनर्लेखन
करें।
1
सूर्योदय
हुआ,
प्रकाश
फैलने लगा।
सूर्योदय
हुआ। प्रकाश फैलने लगा।
कवितांश
के आधार पर उत्तर (13-16)
13.
चिड़िया
शब्द का समानार्थी शब्द है
पक्षी।
1
14.
चिड़िया
की इच्छा है आकाश
में स्वतंत्र होकर उड़ना।
1
15.
कविता
का शीर्षक –
आज़ादी
1
16.
कविता
का आशय
2
इस
कवितांश में रचनाकार आज़ादी
पर बल देते हैं।
कोई
भी चिड़िया पिंजड़े में बंद
रहना नहीं चाहती। अन्य
चिड़ियाँ
मुक्त गगन में स्वच्छंद उड़ते
समय पिंजड़े में बंद चिड़िया
बहुत
दुखी होती है। पिंजड़ा सोने
का होने पर भी वह गुलामी का
प्रतीक
ही है। चिड़िया के लिए आज़ादी
ही सबसे महत्वपूर्ण है।
यह
कविता आज़ादी याने स्वतंत्रता
पर बल देनेवाली है।
अत:
यह
बिलकुल प्रासंगिक है।
-->
(पिंजड़ा
:
കൂട്
(മനുഷ്യനിര്മ്മിത),
स्वच्छंद
:
സ്വതന്ത്രമായി,
गुलामी
:
അടിമത്തം,
बिलकुल
:
പൂര്ണ്ണമായും)
खंड
पढ़कर उत्तर लिखना (17-19)
17.
पेड़
वायु को
शुद्ध बनाते
हैं।
1
18.
उनका
=
वे
+
का
(वे
सर्वनाम और का प्रत्यय है)
1
19.
मातृभाषा
में अनुवाद
3
കാട്ടിലെ
മരങ്ങള് വളരെയധികം ഉപയോഗപ്രദ
മാണ്.
മരങ്ങള്
വായുവിനെ ശുദ്ധീകരിക്കുന്നു
(ശുദ്ധമാക്കുന്നു).
അവ
പ്രകാശ സംശ്ലേഷണം വഴി
വായുവിലേക്ക്
ഓക്സിജന് കടത്തിവിടുന്നു.
20.
रेश्मा
-
सुधा
वार्तालाप
4
रेश्मा:
हैलो
सुधा,
मैं
रेश्मा बोल रही हूँ।
सुधा:
बोलो
रेश्मा। क्या बात है?
रेश्मा:
घर
में एक मोहिनी बाबा आया है,
मेरी
बुआ की
पुत्र-प्राप्त के
लिए अनुष्ठान कर रहा है। हमें
जल्दी
कुछ
करना है। तुम्हारे श्रीकांत
भैया को बुलाना है।
सुधा:
मैं
अभी भैया को खबर देती हूँ। तुम
एक काम करो,
जल्दी
घर जाओ।
रेश्मा:
मैं
अकेले जाकर क्या करूँ?
सुधा:
तुम
जाके उनपर नज़र रखो। उन्हें
बचने नहीं दना।
मैं
श्रीकांत भैया को वहाँ जल्दी
भेज दूँगी।
रेश्मा:
ठीक
है सुधा। मुझे बड़ी चिंता हो
रही है। मेरी बुआ ने
बिना
बताए ऐसा किया है न।
सुधा:
जल्दी
जाओ रेश्मा। समय मत चलाना।
रेश्मा:
ठीक
है। मैं अभी जाती हूँ।
(खबर
देना:
വിവരമറിയിക്കുക
नज़र रखना:
ദൃഷ്ടി
കൊടുക്കുക,
ശ്രദ്ധിക്കുക
बचने नहीं देना:
രക്ഷപ്പെടാന്)
അനുവദിക്കാതിരിക്കുക)
21.
किरण
बेदी की डारी
4
स्थान:
…...............(अनिवार्य
नहीं)
तारीख:..................
आज
पुरानी दिल्ली में मुझे एक
महत्वपूर्ण कार्य करना पड़ा।
दंगाइयों
ने एक घर को आग लगा दी थी। बाहर
ताला लगा भी था।
सत्रह
महिलाएँ घर में बंद थीं!
दरवाज़ा
तोड़ने के लिए मैंने सिपाहियों
से
सहायता
माँगी। वे तैयार नहीं थे। वे
कह रहे थे कि वह अग्निशमन सेवा
का
है।
वक्त नहीं था। मैंने हैंडपंप
के नीचे बैठकर खुद को भिगोया।
फिर बंद
दरवाज़े
पर पैरों से पीट-पीट
कर तोड़ डाला। भीतर बंद स्त्रियों
को एक-
एक
करके ज़िंदा बाहर ले आई। यह
दिन मेरे कार्यकाल का एक विशेष
दिन
है। मैं यह कभी नहीं भूलूँगी।
22.
लघु
लेख – आज के समाज में महिला
4
आज
के समाज में महिलाएँ बहुत बड़ी
भूमिका निभाती हैं।
परिवार
में उनका महत्वपूर्ण स्थान
है। महिलाओं को घरों में बच्चों
की
देखभाल,
खाना
पकाना,
घर
का रख-रखाव
आदि विभिन्न प्रकार के
काम
करने पड़ते हैं। इसके लिए किसी
भी तरह का वेतन नहीं दिए
जाते
हैं। इन कामों से उन्हें कभी
भी छुट्टी भी नहीं मिलती।
लेकिन ऐसा
होने
पर भी उन्हें समाज में मान्यता
और आदर नहीं दिए जाते हैं।
नौकरीपेशा
महिलाओं की भूमिकाएँ दुगुनी
होती हैं। दफ्तर या कार्यशाला
की
और घर की। उन्हें पर्याप्त
मात्रा में आराम भी नहीं मिलता।
महिलाएँ
परिवारों के आधार हैं। उन्हें
उचित मान्यता और आदर
भी
मिलने चाहिए।
-->
(भूमिका
निभाना :
പങ്ക്
വഹിക്കുക,
റോള്
കൈകാര്യം ചെയ്യുക,
रखर-रखाव
:
പരിപാലനം,
वेतन
:
ശമ്പളം,
मान्यता
:
അംഗീകാരം,
नौकरीपेशा
:
തൊഴിലെടുക്കുന്ന
दुगुनी
:
ഇരട്ടി,
कार्यशाला
:
പണിപ്പുര)
23.
स्वतंत्रता
दिवस समारोह – पोस्टर
4
सरकारी
हायर सेकंडरी स्कूल,
कडन्नप्पल्लि
गणतंत्र
दिवस समारोह
26
जनवरी
2013
प्रात:
8 बजे
उद्घाटन:
श्रीमती
किरण बेदी
(सेवानिवृत्त
आई पी एस अफसर)
अध्यक्षा:
श्रीमती
टी.सुलजा
(अध्यक्ष,
क.पा.
ग्राम
पंचायत)
विभिन्न
साँस्कृतिक
कार्यक्रम
सबका
स्वागत है।
2012, ഡിസംബർ 19, ബുധനാഴ്ച
2nd Term Exam
2012-13 X Hin Qn (A)
Answers – A Model
1.
तालिका
की पूर्ति
2
-
पाठप्रोक्तिरचयितावह तो अच्छा हुआकविताभगवत रावतसकुबाईएकपात्र नाटकनादिरा ज़हीर बब्बरबाबूलाल तेली की नाककहानीस्वयं प्रकाशमहत् उद्देश्य की प्रतिमासाक्षात्कारआशा कृष्णकुमार
2. घटनाओं को क्रमबद्ध करके लिखना 2
- डौली माली के बच्चों के साथ खेलना पसंद करती है।
- डैनी कुत्तिया ने पिल्ले दिए।
- पिल्लों को गरम पानी में डुबोकर मरवा डाला।
- माली के बच्चे
की मृत्यु हुई।
3. अंग्रंज़ी
शब्दों के स्थान पर समानार्थी
हिंदी शब्द
3
अस्पतालवालों
की लापरवाही के कारण शल्यक्रिया
के समय रोगी का
हाल
बिगड़ गया। उसे गहन
चिकित्सा कक्ष
में भर्ती करनी पड़ी।
4. प्रो.
डी.
कुमार
की विशेषताएँ-
2- रोगियों के प्रति सहानुभूति रखनेवाला
- चिकित्सा के
क्षेत्र में नैतिकता चाहनेवाला
5. नदियों
को उनकी बुरी हालत से बचाने
के लिए हमें प्रदूषण को रोकना
चाहिए।
पानी के उपयोग पर नियंत्रण
लाना है। नदियों से रेत
निकालना
बंद करना चाहिए। नदियों के
साथ ऐसा व्यवहार करना चाहिए
जिससे
वे भविष्य के लिए और आनेवाली
पीढ़ियों के लिए बाकी रहें।
2
(रेत
निकालना :
മണലൂറ്റുക,
पीढ़ियाँ
: തലമുറകള്)
6. रंतिदेव,
कर्ण,
दधीचि
आदि त्याग,
प्यार,
ममता
आदि के प्रतिरूप हैं।
हमें
भी अपने समाज और मानव जाति के
लिए सत्कार्य करने चाहिए।
रंतिदेव,
दधीचि
आदि के समान अमानवीय कार्य
करने की क्षमता मुझमें
नहीं
है। लेकिन मैं अपनी क्षमता
के अनुसार समाज की भलाई के लिए
अच्छे
कार्य करूँगा। मैं ऐसे काम
करूँगा जिससे लोग मेरी मृत्यु
के बाद
भी
मेरी याद करें। (अमानवीय
: അമാനുഷിക,क्षमता
: ശേഷി)
2
7. ज़्यादातर
परिवारों में लड़कों को ज़्यादा
पढ़ने के अवसर दिए जाते हैं,
लड़कियों
को नहीं। ऐसा पक्षपातपूर्ण
व्यवहार केरल में कम दिखाई
पड़ता
है। लड़कियों को पढ़ने के
अवसरों से दूर रखना कभी भी ठीक
नहीं।
लड़का हो या लड़की दोनों समान
व्यवहार के हकदार हैं।
2
(हकदार
: അവകാശികള്)
8. मेरी
दुनिया, मेरा
काम (डॉ.
कुमार
का आत्मकथांश)
4
नए साल का
पहला दिन था। मेडिकोस भी आए।
सब मेरी प्रतीक्षा
में
थे। नए छात्रों के चेहरे पर
घबराहट दिखाई पड़ती थी। उनसे
मैंने बहुत-से
प्रश्न
पूछे। नाम,
पिता
का नाम, शौक
आदि। उनके सामने मैंने एक
भाषण
दिया।
अपने भाषण के द्वारा मेडिकोस
से कहा- एक
डॉक्टर के सामने वसुधा ही
कुटुंब
है। देश, जाति,
वर्ण,
भाषा
आदि का कोई भेदभाव डॉक्टरों
को नहीं होना
चाहिए।
इस पेशे से रोटी कमा सकते हैं,
लेकिन
धूमधाम की जिंदगी की उम्मीद
नहीं
करनी चाहिए। लेक्चर हॉल के
भाषण के बाद डिसेक्शन हॉल में
भी मैंने भाषण
दिया।
वहाँ मैंने छात्रों को यह
समझाया कि लाशों के साथ आदर
के साथ व्यवहार
करना
चाहिए। चाकू चलाते समय ऐसी
सावधानी बरतनी चाहिए जैसे कि
जीवित
व्यक्ति
से करते हो। मैंने अपने भाषण
से उनमें सेवाभाव,
विश्वमानविकता
आदि गुण
भरने
का प्रयास किया। (सावधानी
बरतना : ശ്രദ്ധയോടെ
പെരുമാറുക)
9. डॉ.
शांता
की डायरी -
कैंसर
इनस्टिट्यूट में पहला
दिन
4
स्थान:...................
तारीख:..................
आज मैं
जल्दी उठकर तैयार हुई। नए पेशे
में आज पहला दिन था। कैंसर
इन्स्टिट्यूट
में डॉ. कृष्णमूर्ति
के साथ काम करने का मैका। नया
अस्पताल।
सुविधाएँ
कम हैं। मैंने सरकारी काम का
तिरस्कार किया है। मेरे
परिवारवाले
मुझसे
नाराज़ हैं। वे मुझे सरकारी
नौकरी में देखना चाहते थे।
यहाँ नई संस्था में
कुछ
महीनों तक वेतन मिलने की संभावना
भी नहीं। जो भी हो,
मैं एक
डॉक्टर का
कर्तव्य
जानती हूँ। कैंसर से पीड़ित
मरीज़ों की भलाई के लिए मैं
अपना उच्चतम
प्रयास
करूँगी।
(उच्चतम
प्रयास : ഉത്തമ
പരിശ്രമം)
10. सच्चे
मानव के गुण (लघु
लेख)
4
मानव एक
सामाजिक प्राणी है। वह सृष्टि
का श्रृंगार माना जाता है।
क्योंकि
अन्य
सभी प्राणियों से वह श्रेष्ठ
है।
मानव में
मानवीयता याने मनुष्यता होनी
चाहिए। एक सामाजिक प्राणी
होने
के नाते उसे अपने समाज के प्रति
कुछ कर्तव्य निभाने चाहिए।
मानव को
जानवरों
के समान नहीं होना चाहिए।
जानवर तो अपने लिए खाते हैं।
दूसरों
के बारे
में नहीं सोचते। मानव को अपने
वंश याने जाति की भलाई के लिए
काम
करना
चाहिए। बहुत-से
लोगों के निस्वार्थ परिश्रम
से ही हमारा देश स्वतंत्र हुआ
था। यदि
वे लोग अपने बारे में मात्र
सोचते तो हमारा देश स्वतंत्र
नहीं होता।
(सामाजिक
प्राणि : സാമൂഹ്യ
ജീവി)
हमें समाज
के लिए मरने में भी हिचकना
नहीं चाहिए। लेकिन हमारे
सत्कार्य
के कारण हमारी मृत्यु के बाद
भी लोग हमें याद करें। राष्ट्रकवि
मैथिलीशरण
गुप्त के अनुसार जो व्यक्ति
औरों की याने समाज की भलाई
के लिए
जीते हुए मरता है उसकी मृत्यु
सुमृत्यु होती है। सामाजिक
भावना
पर
बल देनेवाली यह कविता बिलकुल
प्रासंगिक है। (हिचकना
: മടിക്കുക)
कविता
के आधार पर उत्तर
11. जीवन
में प्यार की
बड़ी ज़रूरत
है।
1
12. उचित
शीर्षक – प्यार
की खुशबू
1
13. कविता
का आशय
3
इस छोटी
कविता के द्वारा रचनाकार ने
प्यार के महत्व पर हमारा
ध्यान
आकर्षित किया है।
फूलों में
खुशबू होती है। इसीलिए बगीचों
में हवा के साथ खुशबू बहती
रहती
है। यह फूलों और बगीचों के
प्रति आकर्षण बढ़ाता है। फूलों
में जो खुशबू
है
हम उसे सूँघ सकते हैं। लेकिन
प्यार-भरे
व्यवहार में जो खुशबू है उसका
हम
अनुभव
कर सकते हैं। जीवन में प्यार
की बड़ी ज़रूरत है। हमारी सूरत
कैसी
भी
हो, प्यार
की खुशबू होने पर हम बहुत सुंदर
होते हैं। याने जिंदगी में
प्यार
अनिवार्य
है। (सूँघना
: മണക്കുക)
समाज में
प्यार और ममता अत्यंत आवश्यक
है। उसके बिना समाज में
जीना
भी मुश्किल होता है। अत:
यह
कवितांश अच्छा और प्रासंगिक
है।
14. प्रकृति
संरक्षण हमारा कर्तव्य है-
पोस्टर
3
प्रकृति
हमारी माँ है
वह हमारा
रक्षा कवच है।
प्रकृति
की रक्षा - हमारी
रक्षा
हमारे
भविष्य के लिए
आगामी
पीढ़ियों के लिए
प्रकृति
की रक्षा करें।
प्रकृति
संरक्षण हमारा कर्तव्य है।
(आगामी
पीढ़ी :
വരും
തലമുറ)
संशोधन
15.
तुम्हारा
पत्र मिला।
पढ़कर बड़ी खुशी हुई।
मेरी
बधाइयाँ तुम्हारे साथ
होंगी।
माताजी से मेरा नमस्ते
कहना।
2
16.
योजक
का प्रयोग करके वाक्यों का
पुनर्लेखन-
2
काफ़ी देर
तक प्रतीक्षा करने पर भी वह
नहीं आया, इसलिए
मुझे
अकेले ही
जाना पड़ा।
17.
विशेषणों
से खाली स्थान
भरें-
2
मैंने
उसको पहली बार देखा था। लाल
आँखें, बिखरे
बाल, विशाल
माथा,
लंबा-चौड़ा
शरीर, कठोर
आवाज़। ऐसे आदमी को देखकर कौन
नहीं डरता।
(बिखरे
: ചിതറിയ)
गद्यांश
के आधार पर उत्तर
18.
'गंभीर
रोग' में
'गंभीर'
विशेषण
और 'रोग'
संज्ञा
है। 1
19.
इसके
= यह
+ के
। यह
सर्वनाम है। 1
20.
टेटनस
की बीमारी बैक्टीरिया
से फैल जाती है।
1
21.
संक्रामक
बीमारियाँ मारक होती हैं।
संक्रामक बीमारियों का असर
बच्चों
पर ज़्यादा पड़ता है।विभिन्न
प्रकार के कीटाणु,
बैक्टीरिया,
वैरस
आदि ऐसी बीमारियों के लिए कारण
बनते हैं। इसलिए हमें
बच्चों
को उनसे बचाना चाहिए। आवश्यकता
के अनुसार बीमारियों को
रोकनेवाली
दवाएँ देनी भी चाहिए। (संक्रामक
: പകരുന്ന)
2
2012, ഡിസംബർ 16, ഞായറാഴ്ച
CODE
- A
द्वितीय
कालाँत मूल्याँकन –
2012
Third Language
HINDI
कक्षा
-1X
कुल
स्कोर -40
समय
11/2 घंटे
सामान्य
निर्देश-
● सभी
प्रश्नों के निर्देश ध्यान
से पढें।
● पंद्रह
मिनट का कूल आँफ टाइम दिया
जाएगा। यह प्रश्न पत्र का वाचन
करने तथा उत्तर लिखने की
पूर्व
तैयारी केलिए है।
● 8 से
10 तक और
21 से 23
तक के प्रश्नों में
रिक्त विकल्प हैं।
- तालिका की पूर्ति करें। 3
-
पाठ
प्रोक्ति
रचयिता
मेरा सब कुछ अप्रिय हैै
उनकी नज़र में
…...............................
निर्मला पुतुल
…...............................
उपन्यास
प्रेमचंद
सिपाही की माँ
एकाँकी
….........................
- आत्मकथा की घटनाओं को क्रमबद्ध करके लिखें। 2● पिताजी ने औमप्रकाश के हाथ से झाडू खींचकर दूर फेंक दिया ।● हेडमास्टर ने ओमप्रकाश से पूरा स्कूल साफ़ करने को कहा
● पिताजी
औमप्रकाश का हाथ पकडकर घर चले
गए।
● औमप्रकाश
को झाडू लगाते देखकर पिताजी
ठिठक गए।
- निम्नलिखित चरित्रगत विषेषताओं से होरीराम की दो विशेषताएं चुनकर लिखें। 2● व्यवहार कुशल।● उदासीनता का भाव रखनेवाला।।● खुशामदी करनेवाला।सही उत्तर चुनकरप लिखें।
- एक दिन सहसा सूरज निकला।कहाँ ? 1(क्षितिज पर ,नगर के चौंक पर, सड़क पर )
- अपनी तिरिया के चरित्तर का पता नहीं,जहाज डूबने का पता है। यह किसके बारे में कहा गया है? 1(बिशनी ,मुन्नी,चौधरी )
- रास्ते में पहाड़ खड़ा हो जाना - काै मतलब है -( रास्ता खुलना, रास्ते में बाधा पड़ना,रास्ता बंद होना ) 1
- किसानों के प्रति हमारा मनोभाव आदरपूर्वक होना चाहिए।क्यों ?( वे हमारा अन्नदाता है, वे मेहनत करनेवाले हैं,वे खेती-बाड़ी करनेवाले हैं) 1सूचना- 8 से 10 तक के प्रश्नों से किन्हीं दो के उत्तर लिखें। ( 2x2=4)
- मानव का रचा हुआ सूरजमानव को भाप बनाकर सोख गया ।इससे आपने क्या समझा ?
- अहिंसात्मक तरीके में पराजय नाम की कोई चीज़ है ही नहीं-क्यों ?
- पाँव तले दबी गर्दन -इससे किसान की कौन-सी मज़बूरी व्यक्त होती है ?सूचना- संशोधन- संशोधन करके लिखें। 2
- रास्ते में एक दुर्घटना हुई।घायलों को मैं ने पहूँचाया अस्पताल ।लोगों मेरी प्रशंसा की।मैं अपने आप को धन्य समझना लगा।
- आकाश में उड़नेवाला पक्षी अपने साथियों से मिल-जुलकर रहता है।इसी तरह मनुष्य अगर मिल-जुलकर रहेगा तो चैन की जि़न्दगी बिता पाएगा।
सूचना-
कविताँश पढ़कर
उसके नीचे के प्रश्नों के
उत्तर लिख्ें। 2
भूमि
के हैं भक्त यौं जो
नित्य
देते अन्न-वस्त्र
बैल
है संपत्ति इनकी
और
हल है दिव्य अस्त्र
ज्ञान-वृद्धि
हुई बहूत पर
रह
गए भोले अजान।
(अजान-अज्ञानी)
- भूमिी के भक्त कौन है ?( मज़दूर, किसान, ज्ञानी) 1
- कविताँश के लिए उचित शीर्षक दें। 1
- कविताँश का आशय लिखें। 3सूचना- खंड पढ़कर नीचे दिए प्रश्नों के उत्तर लिखें।ग्रीष्मकाल में हमारी धरती का स्थलीय भाग जलवाले हिस्से की अपेक्षा अधिक गर्म हो जाता है। इस कारण पानी पर हवा का दबाव अधिक बढ़ जाता है और हवाैएँ जल से थल की ओर बहने लगती हैं।इन हवाओं में जल -बाष्प का अंश भी समाहित रहता है।अतएवं ये हवाएँ सर्द और ठंडी होती है।भू-भौतिक शास्त्र की विशेषज्ञा हेली के अनुसारस्थल और सागर के बीच लगातर होना मनसून का कारण बनता है ।
- ग्रीष्म काल में धरती का कौन-सा भाग अधिक गर्म होता है? 1
- हमारी- सर्वनाम और प्रत्यय अलग करके लिखें। 1
- खंड से दो विशेषण शब्द चुनकर लिखें। 1
- मनसून का कारण क्या है? 2सूचना- पोस्टर तैयार करें।
- शिक्षा हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है।इसविषय पर एक पोस्टर तैयार करें। 3सूचना -21 से 23 तक तक के प्रश्नों से किन्हीं दो के उत्तर लिखें। (2x4=8)
- बर्मि युवतियों के जाने के बाद मुन्नी ने अपने भैया के नाम पर एक पत्र लिखा।वह पत्र कल्पना करके लिखें।● भैया का पत्र न मिलना।● युद्ध की भीषणता।
- ओमप्रकाश वात्मीकी के स्कूल के पहले दिन के अनुभव पर डायरी लिखें।● झाडू लगाने का आदेश।● साथियों द्वारा मज़ाक उठाना ।
- युद्ध का प्रभाव विनाशकारी है। युद्ध बेकसूर लोगों को हानी पहूँचाता है।युद्ध रोकने की आावश्यकता के संबन्ध में एक लेख तैयार करें।
…...............................
ഇതിനായി സബ്സ്ക്രൈബ് ചെയ്ത:
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