2015, നവംബർ 29, ഞായറാഴ്‌ച



 मुफ़्त में ठगी       (रामकुमार आत्रेय )


        इस कविता की मुख्य समस्या

         इसमें प्रयुक्त बिंब-प्रतीक

         कविता की प्रासंगिकता

         समान आशयवाली अन्य कविताएँ
  
आस्वादन टिप्पणी
भूमिका
कवि और कविता का परिचय
विश्लेषण
भाव का विश्लेषण
  कविता की भाषा ,गठन,बिंब-प्रतीक,विशेष शब्दावली आदि का विशेलेषण
उपसंहार
कविता की प्रासंगिकता एवं संप्रेषित विचार पर अपना दृष्टिकोण

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