पटकथा
पहला
शाँट
(
बारिश
की हवा से गीला खेत । सबेरे
साढ़े आठ बजे। दो मित्र -एक
लड़का और एक लड़की-आते
हैं। साहिल और बेला । दोनों
स्कूल की
ओर जा रहे हैं।उनके
बस्ते उनकी पीठ पर लदे होते
हैं,कंधों
पर टंगे
होते हैं।वे एक-दूसरों
के बहूत नड़दीक रहकर बीरबहूटियाँ
खोजते
हैं।)
कैमरा
साहिल और बेला के क्लोस -अप
से पीछे आती है। फिर बारिश की
हवा से
गीले खेत का सुदूर दृश्य
। गीली मिट्टी में खून की बूँद
जैसी बीरबहूटियाँ ।
(मध्यम
दृश्य )
साहिल
-
देखो
बेला ,
इस
बीरबहूटी का रंग तुम्हारे
रिबन के जैसा लाल है।
(बेला
उसकी बात पर ध्यान न देती है।
वह बीरबहूटी को खोज रही है।)
साहिल
-
तुमने
कुछ सुना बेला ?
बेला
-
हाँ
,
सुना
। पहली घंटी लग गई है।
साहिल
-
मुझे
दूकान से पैन में स्याही भरवानी
है।
-
कट
-
Prepared
by Asok kumar N.A. GHSS Perumpalam
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