2011, നവംബർ 20, ഞായറാഴ്‌ച

निबंध

गरीब बच्चे जीवन की बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।
समाज में उच्च वर्ग के तथा निम्न वर्ग के लोग दिखाई देते हैं।यह विभाजन मुख्य रूप से धन संपत्ति के आधार पर होता है। धन के अभाव में गरीबों को आवश्यक भोजन व शिक्षा नहीं मिलते। उन्हें समाज में एक तरह से उपेक्षित जीवन बिताना पड़ता है।
आदमी का बच्चा - कहानी में भी यही बात देखने को मिलती है। डौली केलिए जीवन की सुख-सुविधाएँ काफ़ी थी। उसकी देख-भाल भी बड़ी सतर्कता से की जाती है।लेकिन धोबी-माली के बच्चे तो गरीब हैं। उनका पालन -पोषण के लिए पर्याप्त धन उनके पास नहीं होते । सफ़ाई आदि में भी वे पीछे रह जाते हैं। धन और शिक्षा की कमी के कारण ही उच्च वर्ग के लोग
उन्हें बेहुदे तक कहते है।
समाज का यह कर्तव्य है कि आधुनिक समाज के मनुष्यों में इस तरह


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