2013, മേയ് 19, ഞായറാഴ്‌ച


प्रकृति को बचाएँ
प्रकृति हमारी माँ है। उनकी गोद में रहने का हक हम सबको हैं।यहाँ हरे-भरे पेड़-पौधे,दौड़ते-कूदने जीव-जंतु खुशी से उडनेवाली चिडियाँ, लहलहाते खेत,विशाल पहाडों की कतार,कलकल करके बहनेवाली नदियाँ आदि हैं। ये सब प्रकृति के वरदान है।पर स्वार्थी मानव अपनी सुख सुविधाओं के लिए इन सबका नाश करते हैं। इससे प्रकृति की स्वाभाविकता और सुन्दरता को भी नष्ट करते हैं।हम इसी प्रकार के अत्याचार को छोड़ दें। प्रकृति के आश्चर्यों को हम पालें।

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