2019, ഓഗസ്റ്റ് 15, വ്യാഴാഴ്‌ച


राष्ट्रपति के नाम पर छोटू की चिट्ठी
(पत्र)
 
जैसलमेर 
21 आगस्त 2015


आदरणीय राष्ट्रपति साहब ,

नमस्कार .. थोडी लिखी..बहूत समझना । 

चिट्ठी को तार समझकर जल्दी जवाब देना । 

 मैं ढाबे में काम करनेवाला एक लडका हुँ,

जिसकी ज़िन्दगी आपने बदल दी । 
 
मेरा नाम छोटू है , लेकिन मैं अपने को

कलाम मानता हुँ । मुझे छोटू अच्छा नहीं लगता । टी.वी.में आपका भाषण सुना । कितना अच्छा था । मैं समझता हुँ कि हर बच्चा राष्ट्रपति कलाम बन सकता है । मैं भी आप जैसे बनना चाहता हुँ । लेकिन मैं बडा गरीब हुँ ।
मुझे स्कूल जाने की इच्छा है , मेरे मित्र रणविजय के साथ ....


लूसी मैडम ने वादा किया था ,आपसे मिलवाने का ।मुझे आपसे

बहूत सी बातें करनी हैं । मालूम हैआपको बच्चे बहूत पसंद हैं । पढ-लिखकर 

मुझे आपका जैसा होना है । इसलिए कृपया आप मेरी मदद कीजिए ।

बस इतना भी कहना है और हाँ ..धन्यवाद भी बोलना है ।


                                                          आपका आज्ञाकारी छात्र
                                                             कलाम (हस्ताक्षर )
                                

सेवा में

अब्दुल कलाम

राष्रपति
 
राष्रपति भवन

नई दिल्ली




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