2019, ഓഗസ്റ്റ് 15, വ്യാഴാഴ്‌ച


  मोरपाल की डायरी

तारीख



आज मेरेलिए एक विशेष दिन था ।

पहली बार मैंने राजमा खाया ।

कितना स्वादिष्ट था । मेरे दोस्त की टिफिन बाँक्स में रखे राजमा देखते ही

मेरी बाँछेें खिल गयी थी । उसको खाने से पहले पहले मैंने राजमा देखा भी नहीं 

था । राजमा जैसी चीज़ मेरेलिए तो अपूर्व ही था , पर उसकेलिए वह एक

साधारण चीज़ थी।मैं और मेरे दोस्त के बीच खेल-घंटी में खाने की अदला-

 बदली करने का निश्चय किया । उसके घर से लाया राजमा चावल मैंने खाया

और मेरे घर से लाया छाछ -चावल उसने भी । जैसे मैंने राजमा खाया वैसे

उसने छाछ को भी बहूत चाव से खा लिया । ऎसा लगा कि छाछ उसकी 

कमजोरी है । आज से हर दिन मैं अपने घर से छाछ लाकर दूँगा ।

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