2012, മേയ് 14, തിങ്കളാഴ്‌ച


भारत की नदियाँ मर रही हैं.....120 करोड़ लोगों को जल-संकट
भारत की सैकड़ों छोटी-बड़ी नदियाँ मर रही हैं।एेसी मर रही नदियों में
सिन्धु,गंगा और ब्रह्मपुत्र भी शामिल हैं।
केरल की प्राय सभी नदियाँ मृत्युमुख में हैं।भारतपुष़ा,पेरियार,पंपा,चालियार,
तूतापुष़ा,पार्वतीपुत्तनार,मीनच्चिल आदि केरल की 44 नदियाँ आज खतरनाक ढंग
से प्रदूषित है।
देश की नदियाँ एवं जलाशयों को प्रदूषित करने में चमड़े,प्लास्टिक,
कागज़,कपड़े और रासायनिक उर्वरकों के कारखाने सबसे पहले आते हैं।इन से निकलता हुआ कूड़ा-कचरा और विषैला पानी जल-स्रोतों को प्रदूषित करता है।व्यापक पैमाने पर होनेवाली वनों की कटाई ,टीलों एवं पहाड़ियों को गिराकर मकान
और फ्लाट बनाने की नयी नयी प्रवृत्ति ,बेरोकटोक नदियों से बालू निकालने की
होड और दिन--दिन बढ़ती आबादी आदि अनेक कारणों से हमारी नदियाँ मर रही है।

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